ज़रा ऊंचा तो जाने दो इन आग की लपटों को, ज़रा ऊंचा तो जाने दो।।दिल में दबी हर बात को, ज़रा बाहर तो आने दो।मन के तूफान को, ज़रा तबाही तो मचाने दो।इन आग की लपटों को, ज़रा ऊंचा तो जाने दो।।अपने क्रोध को, ज़रा सैलाब तो लाने दो।लगे है जो घाव उन्हें, ज़रा दर्द […]