आपका रहना लगा बोझ हमें।
अब जाना खलता है।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
जी चाहे दौड़ाऊ समय को पीछे।
जीयु वो पल जो बीत गए पलके मीछे।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
वो हर छोटी बात पूछना आपका बेफिसुल लगता।
आज उन्ही बातों को सुनने जी तरसने लगता।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
वो बचपन की किस्से कहानियां, आज बहुत याद आती है।
वो आपके साथ बिताए त्योहार, मन को तरसा जाती है।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
वो हमारी हर सफलता में आपका खुश हो जाना।
आज दिल चाहता है, आपका वापस लौट आना।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
वो आपकी हर प्रार्थना में, हमें दुआएं देते रहना।
और हमारी उन प्रार्थनाओं पर उत्तजित होना, बड़ा दुख देता है।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
आज भी आंखे नम है, है शब्द लड़खड़ाते।
आप होते तो शायद हम संभाल जाते।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
लौट आओ आप, के ये खालीपन बोझाल लगता है।
के आपका होना ही, एक खुशनुमा एहसास दिलाता है।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
हमारी अनकहे दर्द को आप यूं समझ जाते।
आज दिल में है बस दुआ आपकी, के आप बहुत याद आते।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।
आपका रहना लगा बोझ हमें।
अब जाना खलता है।।
रह गई है बस यादें।
मन अफ़सोस से भरता है।।